आज हमारी महिला मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित का उद्योक्ताओ के नाम एक अपील पढ़ी। उनका अनुरोध था की एम्प्लोयेर्स महिला और अन्य कमजोर वर्ग को रात के समय काम न दे। शाम ७.०० बजे से सुबह ७.०० बजे की पाली में अगर किसी महिला या कमजोर वेर्ग को नियुक्त करना हैं तो सरकार से अनुमति ले।
दिल्ली सरकार का महिला सशक्तिकरण का नारा , वाह शीला जी, मैं आपकी बहुत कद्र करता हूँ, और आपके सफल नेतृत्व की सराहना करता हूँ, पर सौम्या के केश में आपका रवैया बहुत ही गैरजिम्मेदाराना हैं। मैं आपके इस appeal को सौम्या मामले से जोड़ कर देखता हूँ। क्या वो अगर महिला नही होती तो सुरक्षित होती ? मैडम, सिम कार्ड रिचार्ज के लिए दिल्ली में केरोसिन डालकर आग जिसको लगायी गई वो महिला नही पुरूष था। और आर के शर्मा ने शिवानी की हत्या उसके घर में करायी थी, सड़क पे नही। दिल्लीवासियो की सुरक्षा की जिम्मेदारी आपकी हैं, दिल्ली पुलिस की हैं, आप सब अपनी जिम्मेदारियो से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।