लूट खसोट और धक्कम पेल
सीना जोरी खींचा तानी
संसद में चल रहा ये खेल
देखो बन्दर बाँट चल रही
कोई तो इनकी कसो नकेल
सीना जोरी खींचा तानी
इनके राजा इनकी रानी
खुलेआम बिकते अधिकारी
मंत्री संत्री या चपराशी
कोई नब्बे कोई उन्नासी
सरेआम अब दे दो फांसी
संसद पर से दो इनको धकेल
कोई तो इनकी कसो नकेल
लोक लाज परवाह नहीं हैं
कुर्सी छोड़ कोई चाह नहीं हैं
नेता मंत्री चोर उच्चके
फर्क की कोई राह नहीं हैं
भेज दो सबको मंडाले जेल
कोई तो इनकी कसो नकेल
4 comments:
पहली बार आपकी पोस्ट पे आया .
दिल को छू गई प्रस्तुति!!
कृपया वर्ड वेरिफिकेसन हटा दें बहुत ही सहूलियत होगी.
मदनजी आपका आभार / वर्ड वेरिफिकेसन मैंने हटा दी हैं / धन्यवाद
bahut sateek prastuti ..badhai
हाँ सही कहा आपने आज इस देश में जितने भी मंत्री हैं सबको जूते मारकर जेल में डालने या लाल किले पे फांसी देने की जरूरत है क्योकि ये सब भ्रष्ट और महा कुकर्मी हैं....
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