Monday 29 September, 2008

भारत उदय - 1

चंद नन्हे कदमो की दूरी पर
एक आकाश
लाखो जगमगाते सितारे
और हजारो रोशन चाँद
सड़क किनारे फुटपाथ पर
और छोटे शहरों के छतविहीन
प्लेटफार्म पर
मीठी सर्दियो में
लेम्प्पोस्ट की रौशनी से
गर्माहट तापते
नींद का आश्वादन करते
अधखुली आँख से
देख रहे हैं वो भी
"भारत उदय"

No comments: